**शुभ मंगलम्**
शिक्षा! क्या हमें वास्तव में उचित शिक्षा मिल रही है? शायद यह शिक्षा से अधिक योग्यता(Qualification) पाना है| छात्र एक कक्षा से
दूसरी कक्षा में तो जाते है| उन्हें वो योग्यता (qualification) भी मिल जाती है जिससे नौकरी मिल जाए, लेकिन इस दौरान वास्तविक जीवन में काम आने वाली चीज़े
कम सीखने को मिलती है| स्कूल / कॉलेज का पाठ्यक्रम सर्वांगीण विकास प्रदान नहीं करता है| इसलिए यह योग्यता पाना ज्यादा है और शिक्षा पाना कम है|
दूसरी कक्षा में तो जाते है| उन्हें वो योग्यता (qualification) भी मिल जाती है जिससे नौकरी मिल जाए, लेकिन इस दौरान वास्तविक जीवन में काम आने वाली चीज़े
कम सीखने को मिलती है| स्कूल / कॉलेज का पाठ्यक्रम सर्वांगीण विकास प्रदान नहीं करता है| इसलिए यह योग्यता पाना ज्यादा है और शिक्षा पाना कम है|
हम सब "हमेशा छात्र रहते
है " क्योंकि हमेशा सीखते रहते है"|
है " क्योंकि हमेशा सीखते रहते है"|
इंग्लिश
बोलना कैसे सीखे - How to improve Spoken English
आज कल इंग्लिश आना बहुत जरूरी हो गया है| अगर आपको इंग्लिश नहीं आती तो बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है| पढाई में हिंदी-मीडियम के छात्रो की मुश्किलों के अलावा आज कल तो और भी बहुत सारे कारण है इंग्लिश सीखने के| आप होटल में जाओ तो इंग्लिश, आप सिनेमा देखने जाओ तो
इंग्लिश| और तो और मम्मी पापा को बच्चो के स्कूल में जाने में भी हिचकिचाहट होती है अगर इंग्लिश ना आती हो तो| धीरे धीरे आत्मविश्वास कम
होता जाता है|
तो मन में रह रह के ख़याल आता है की ENGLISH तो जरूर आनी चाहिए| अब इंग्लिश कैसे सीखे| कुछ लोग तो फिर से ENGLISH GRAMMAR की किताब उठा कर
पढना शुरू कर देते है पर कुछ समय में ही मन भर जाता है और काम बीच में ही छूट जाता है| तो फिर क्या तरीका है इंग्लिश सीखने का?
मैं आपको एक ऐसा तरीका बताऊंगा, जो थोडा महंगा है| हाँ सही सुना थोडा सा महंगा है| आप उसका दाम सुनना चाहेंगे? दो महीने के कोर्से के 25 रूपये लगेंगे| जी हाँ अपने सही
सुना| सिर्फ 25 रूपये| है ना महंगा तरीका :)
तो अब सुनिए तरीका क्या है| आज कल जो इंग्लिश ज्यादातर बोली जाती है वो GRAMMAR के हिसाब से accurate नहीं होती| इसीलिए आपको Grammar थोड़ी कम भी आये तो भी चलेगा| मेरा मतलब यह नहीं है के
गलत बोले पर बस यह के Grammar एकदम सही बोलना प्राथमिक काम नहीं है| प्राथमिक काम है इंग्लिश को बोलना| बोलने का काम हमारी जीभ करती है और उसे इंग्लिश बोलने की आदत नहीं है| तो बस आप ये कीजिये की अपनी जीभ को इंग्लिश बोलने की ट्रेनिंग दीजिये| इसको करने का तरीका है की "The Hindu" अखबार लिया और रोज़ उसे ऊँची आवाज़ में 1-2 घंटे पढ़ा| गला सूखने लग जाता है तेज़ तेज़ बोलने से पर फिर भी पढ़ते रहना| मतलब समझ आये तो ठीक और ना भी आये तो भी ठीक| ये जरूर है की यह उनको मदद करेगा जिन्हें थोड़ी तो इंग्लिश आती है पर सच्चाई यह है की आज कल थोड़ी थोड़ी इंग्लिश तो हम सबको आती है| मुश्किल आती है इंग्लिश वाक्य बनाने में| मैंने खुद ये करके देखा दो महीने तक और मुझे तो बहुत फायदा हुआ| पर हाँ आपको यह दो महीने तक कम से कम करना पड़ेगा| हो सकता है बीच में ही असर न दिखने पर मन बदलने लगा पर जैसे की मैंने कहा, असर दिखना शुरू ही दो महीने बाद होता है|
और हाँ 25 रूपये इसलिए लगेंगे क्योंकि आपको तो इंग्लिश अखबार पढना है
तो एक अखबार 7-8 दिन तक चल जाता है| 8 अख़बार में ही आपके 2 महीने हो जायेंगे जो करीब 25 रूपये से कम में ही आयेंगे|
आप मुझे जरूर बताना की आपको
इससे फायदा हुआ या नहीं| और हाँ अगर आपके पास बेहतर
तरीका हो तो जरूर बताना|
आज कल इंग्लिश आना बहुत जरूरी हो गया है| अगर आपको इंग्लिश नहीं आती तो बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है| पढाई में हिंदी-मीडियम के छात्रो की मुश्किलों के अलावा आज कल तो और भी बहुत सारे कारण है इंग्लिश सीखने के| आप होटल में जाओ तो इंग्लिश, आप सिनेमा देखने जाओ तो
इंग्लिश| और तो और मम्मी पापा को बच्चो के स्कूल में जाने में भी हिचकिचाहट होती है अगर इंग्लिश ना आती हो तो| धीरे धीरे आत्मविश्वास कम
होता जाता है|
तो मन में रह रह के ख़याल आता है की ENGLISH तो जरूर आनी चाहिए| अब इंग्लिश कैसे सीखे| कुछ लोग तो फिर से ENGLISH GRAMMAR की किताब उठा कर
पढना शुरू कर देते है पर कुछ समय में ही मन भर जाता है और काम बीच में ही छूट जाता है| तो फिर क्या तरीका है इंग्लिश सीखने का?
मैं आपको एक ऐसा तरीका बताऊंगा, जो थोडा महंगा है| हाँ सही सुना थोडा सा महंगा है| आप उसका दाम सुनना चाहेंगे? दो महीने के कोर्से के 25 रूपये लगेंगे| जी हाँ अपने सही
सुना| सिर्फ 25 रूपये| है ना महंगा तरीका :)
तो अब सुनिए तरीका क्या है| आज कल जो इंग्लिश ज्यादातर बोली जाती है वो GRAMMAR के हिसाब से accurate नहीं होती| इसीलिए आपको Grammar थोड़ी कम भी आये तो भी चलेगा| मेरा मतलब यह नहीं है के
गलत बोले पर बस यह के Grammar एकदम सही बोलना प्राथमिक काम नहीं है| प्राथमिक काम है इंग्लिश को बोलना| बोलने का काम हमारी जीभ करती है और उसे इंग्लिश बोलने की आदत नहीं है| तो बस आप ये कीजिये की अपनी जीभ को इंग्लिश बोलने की ट्रेनिंग दीजिये| इसको करने का तरीका है की "The Hindu" अखबार लिया और रोज़ उसे ऊँची आवाज़ में 1-2 घंटे पढ़ा| गला सूखने लग जाता है तेज़ तेज़ बोलने से पर फिर भी पढ़ते रहना| मतलब समझ आये तो ठीक और ना भी आये तो भी ठीक| ये जरूर है की यह उनको मदद करेगा जिन्हें थोड़ी तो इंग्लिश आती है पर सच्चाई यह है की आज कल थोड़ी थोड़ी इंग्लिश तो हम सबको आती है| मुश्किल आती है इंग्लिश वाक्य बनाने में| मैंने खुद ये करके देखा दो महीने तक और मुझे तो बहुत फायदा हुआ| पर हाँ आपको यह दो महीने तक कम से कम करना पड़ेगा| हो सकता है बीच में ही असर न दिखने पर मन बदलने लगा पर जैसे की मैंने कहा, असर दिखना शुरू ही दो महीने बाद होता है|
और हाँ 25 रूपये इसलिए लगेंगे क्योंकि आपको तो इंग्लिश अखबार पढना है
तो एक अखबार 7-8 दिन तक चल जाता है| 8 अख़बार में ही आपके 2 महीने हो जायेंगे जो करीब 25 रूपये से कम में ही आयेंगे|
आप मुझे जरूर बताना की आपको
इससे फायदा हुआ या नहीं| और हाँ अगर आपके पास बेहतर
तरीका हो तो जरूर बताना|